बुधवार, 18 जनवरी 2017

गुर्जर नेताओं की राजनैतिक दशा और दिशा: हिम्मत सिंह गुर्जर

!! हमारें गुर्जर नेताओं की राजनैतिक दशा व दिशा !!!

हमारें देश के 1952 प्रथम चुनाव में जब बाबा साहब अम्बेडकर चुनाव हारे थें और एक अछूत होल्कर  चुनाव जीता तब होल्कर नें बाबा साहब अम्बेडकर से मुलाकात करने गये तो उसने बाबा साहब अम्बेडकर से मुस्कराते हुए कहा कि साहब आज मैं चुनाव जीता हूँ, मुझे वास्तव में बहुत ही खुशी हो रही है !
तब बाबा साहब अम्बेडकर ने कहा कि तुम जीत तो गये तो अब क्या करोगे और तुम्हारा कार्य क्या होगा ? तब होल्कर ने कहा कि मैं क्या करुंगा जो मेरी पार्टी कहेगी वो कहुंगा और करूंगा ! तब बाबा साहब अम्बेडकर ने पूछा कि तुम सामान्य शीट से चुनाव जीते हो ? तो होल्कर ने कहा कि नहीं मैं सुरक्षित शीट से चुनाव जीता हूँ जो आपकी महरबानी से संविधान में दिये गये आपके अधिकार के तहत ही जीता  हूँ ! बाबा साहब अम्बेडकर ने होल्कर को चाय पिलायी !
होल्कर  के जाने के बाद बाबा साहब हंस रहे थे तब नानक चन्द रत्तू ने पूछा कि साहब आप क्यों हंस रहे हो ? तब बाबा साहब अम्बेडकर ने कहा कि होल्कर अपने समाज का नेतृत्व और प्रतिनिधित्व करने के बजाय पार्टी की "नाजायज औलाद ! बन गया है इसलिऐ मुझें हंसी आ रहीं है। दोस्तों
आज कल हमारे समाज के सांसद,विधायक अपने समाज का प्रतिनिधित्व करने के बजाय पार्टियों के की "नाजायज औलाद" के नेता बन कर ही रह गये हैं ! दोस्तों गुर्जर सहित पांच जातियों का विशेष पिछड़ा वर्ग का 5%आरक्षण छिन गया परन्तु सत्ता लोलूप सांसद विधायक व पार्टीयों के पदाधिकारी सब मौन हैं । यह हमारे आरक्षण के मुद्दे को ऐसे नंजर अदाज कर रहैं है जैसें की हमारी पांच जातियों का इस देश व राजस्थान में कोई अस्तित्व ही नहीं हैं परन्तु जब चुनाव का समय आयेगा तो इन्हीं जातियों की दुहाई देकर सच्चे हितेशी बनकर आपके हक व अधिकारों की लडाई लडनें वालें असली योद्दा बननें का सपना दिखाकर विभिन्न पार्टियों से टिकट प्राप्त करने में भी आपकी एकजुटता की ताकत को दिखायेगें तथा आपकी ताकत के बलबुतें पार्टीयों से टिकट प्राप्त तर आपके बीच में आ जायेगें आप ओर हम इनकी सब बातें भूलकर हैं जाति या समाज का नारा देकर लोकसभा व विधानसभा में पहूचा देगें । यह बात बाबा साहब अम्बेडकर ने 1952 में ही कही थी जो आज तक सार्थक सिद्ध हे रही है ! दोस्तों अब समय आ गया हैं ,आज हमारें आरक्षण के मुद्दे पर मौन व्रत रखनें वालें इन मौनी बाबाओं से जवाब लेने का ओर इनका मौन व्रत को "गंगाजल" लेकर तुडवानें का क्या ? आप मेरे इस विचार से सहमत है तो मेरी आप सभी से अपील है कि आपके क्षेत्र के सांसद ओर विधायक जो आपके वोटों से जीतें है वो चाहें गुर्जर जाति से हों या अन्य जाति से सभी के निवास जाये वहाँ जाकर धरना प्रर्दशन शान्तिपूर्ण करें ओर उनसे अभी तक हमारें आरक्षण पर मौन रहनें का कारण पर सवाल जरूर करें ।यदि आप ऐसा करतें है तो भविष्य में आपके अधिकारों पर लडनें वालें असली योद्दा की पहचान कर सकतें हों । यदि आप मेरे इस विचार से सहमत है तो मेरी इस पोस्ट को ज्यादा-ज्यादा शेयर करों भाई । धन्यवाद         निदेदक:-हिम्मत सिंह गुर्जर                         (प्रदेश प्रवक्ता) राजस्थान गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति

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