गुरुवार, 24 मई 2018

बेवजह फतवे जारी करने वालों का गुर्जर समाज करेगा विरोध

बेवजह फतवे जारी करने वालों का गुर्जर समाज करेगा विरोध

गुर्जर समाज ने किया गुर्जर नेता हीरालाल गुर्जर का अभिनंदन

मांडलगढ़(24मई2018)

मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र के सिंहजीकाखेड़ा गांव में आम चौखला गुर्जर समाज की महापंचायत का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री कोटडी चारभुजा गुर्जर समाज मन्दिर निर्माण कमेटी के अध्यक्ष हीरालाल गुर्जर के बिजोलिया ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के ब्लॉक अध्यक्ष बनाने पर समस्त आम चौखला गुर्जर समाज द्वारा श्री हीरालाल गुर्जर का स्वागत समारोह आयोजित किया गया। महापंचायत को हीरालाल गुर्जर अध्यक्ष- आम चौखला गुर्जर समाज, किशोर गुर्जर सिंहजीकाखेड़ा, रामा गुर्जर गुलाखेड़ा, भेरूलाल गुर्जर बीगोद, बद्रीलाल गुर्जर गेंदलिया, घीसालाल गुर्जर रडा, कन्हैयालाल गुर्जर अध्यक्ष गुर्जर समाज त्रिवेणी चौखला, एडवोकेट शंकरलाल गुर्जर दांतडा, शंकरलाल गुर्जर सरपंच भोजपुर, कालूलाल गुर्जर जिलाध्यक्ष युवा गुर्जर महासभा, भंवरलाल गुर्जर सांखडा, देवकरण गुर्जर खटवाडा, कालू गुर्जर गेंदलिया, बद्री गुर्जर गेंदलिया, मगनलाल गुर्जर मुख्य यजमान कोटडी श्याम महोत्सव, राधेश्याम गुर्जर मोही ब्लॉक अध्यक्ष- युवा गुर्जर महासभा मांडलगढ़, चतरा गुर्जर गुलाखेड़ा, बद्री गुर्जर धुमडास, भोजा गुर्जर कांगसोकाखेड़ा, सोजीराम गुर्जर बागुदार, भवाना गुर्जर सोलाखेड़ा, भेरूलाल गुर्जर केसरपुरा, लादूलाल गुर्जर भड़किया, जयलाल गुर्जर देवखेड़ा, चंदा गुर्जर बारेठजीकाखेड़ा, किसन गुर्जर गुदलिया, खेमा गुर्जर मोही, सवाईराम गुर्जर, खाना गुर्जर कटारियाखेड़ा, भेरू मोटर, हरि गुंजल, रामलाल गुर्जर बागाकाखेड़ा, बालू गुर्जर बागाखेड़ा, रामा गुर्जर जगपुरा, कन्हैयालाल गुर्जर ब्लॉक अध्यक्ष- युवा गुर्जर महासभा कोटड़ी, बालू कटारिया, हीरा गुर्जर घेवरिया, सूरजमल गुर्जर देवखेड़ा, जीवन गुर्जर सालरिया, गोपाल मोटर, कालू गुर्जर खटवाडा, काशीराम गुर्जर, माधु गुर्जर सोलाखेड़ा, देवकरण गुर्जर मंशा, प्रभु गुर्जर मन्शा, भेरू गुर्जर कल्याणपूरा, बरदा गुर्जर खारीखेड़ा, भेरूलाल गुर्जर जस्साजीकाखेड़ा, रतिराम गुर्जर गाड़िया, मांगीलाल गुर्जर मन्शा, भेरू गुर्जर मंशा, राजू गुर्जर सिंहाना, माधु गुर्जर सोलाखेड़ा, देबी गुर्जर मोही, कालू गुर्जर बीगोद, भेरूलाल गुर्जर गहूंली, एडवोकेट रामस्वरूप गुर्जर, नन्दलाल गुर्जर आदि ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर समस्त गुर्जर समाज आम चौखला ने निर्णय लिया कि समाज मे बेवजह फतवे जारी करने वालों का गुर्जर समाज विरोध करेगा। सभी ने सामाजिक एकता पर जोर दिया।

बुधवार, 2 मई 2018

गुर्जर समाज भारत की रक्षा में सदैव आगे रहा - नरेन्द्र सिंह गुर्जर

गुर्जरों का इतिहास गौरवशाली है। गुर्जर सम्पूर्ण भारतवर्ष एवं पश्चिमी भाग में सिंध के पार एवं अफगानिस्तान तक निवास करते है। देश पर ईसा पूर्व से ही उत्तर-पश्चिम  से विदेशी आक्रंताओं ने आक्रमण प्रारम्भ कर भारतवर्ष पर कब्जा करने की कोशिश की तो विदेशी आक्रंताओ का सबसे पहले गुर्जरों से ही  मुकाबला हुआ। इसा पूर्व सिकन्दर महान ने भारत पर आक्रमण किया तो गुर्जर राजा पोरूष ने सिकन्दर को मजबूती से टक्कर दी, परिणाम स्वरूप सिकन्दर को सिन्ध नदी से ही वापिस युनान लौटना पड़ा। कालान्तर में गुर्जर कृषि के धन्धे में रहे तथा इतिहास के मध्यकाल में विदेशी आक्रंताओं ने पुन: भारत पर आक्रमण  प्रारम्भ किये तो उतरी पश्चिमी भारत के गुर्जर वीरो ने विदेशी आक्रंताओ से लोहा लिया तथा उन्हें भारी नुकसान पहुंचाया। देश की आजादी एवं सुरक्षा के मामले में देश के हितों के लिए गुर्जरों ने सदैव ही अपना खून पसीना बहाया और कुर्बानिया दी है। गुर्जर एक दृढ इच्छा शक्ति वाली कौम है जो र्शोर्य और साहस से भरपूर है।
  गुर्जर न्याय, कर्मशीलता एवं सत्य का प्रतीक है तथा आत्मविश्वास से भरपूर है। पुराने समय में गुर्जर जब गांव बसाते थे तो सभी जातियों को न्योता देकर उन्हें अपने गांव में बसाते थे। गुर्जरों के साथ रहकर अन्य सभी जातियां सामन्तों एवं लुटेरों से अपने आप को सुरक्षित महसूस करती| इशा से पूर्व गुर्जर शासन व्यवस्था गणराज्य के रूप में थी। शासन तंत्र में गणराज्य की अवधारणा सर्वप्रथम गुर्जर जाति ने ही प्रारम्भ एवं स्थापित की थी। ईसा पूर्व से लेकर तेरहवी सताब्दी तक विश्व में गुर्जर सम्राज्य था, लेकिन तेरहवी सदी के बाद गुर्जर राज शक्ति के छिन्न भिन्न होने पर सामन्तों ने शासन की कल्याणकारी अवधारणा को छोड़कर पोषण, लूट-पाट, कुरता आपसी लडाईयो एवं जनता के साथ छल कपट के धन्धें में आ गये तो गुर्जर जाति ने अपने आप को शासन व्यवस्था से अलग करके कृषि एवं पशु पालन का धन्धा अपना लिया।
  देश की सुरक्षा के लिये गुर्जर हमेशा तत्पर रहते है। जब-जब देश  को पडोसी देशो ने युद्ध में उलझाया तब गुर्जरों ने देश की सेना का भरपूर साथ दिया। देश  की सीमाओं पर हुये शहीदो में गुर्जर जाति की संख्या सबसे अधिक है। गुर्जर जाति का ध्येय है सामाजिक समरस्ता, बन्धूत्व, कत्वर्यनिष्ठा, कर्मशीलता, सत्यता, सुसंभ्य नागरिक, सबका साथ, सबका विकास, एवं देश की सुरक्षा।
नरेन्द्र सिंह गुर्जर
पूर्व प्रदेश संयोजक
अखिल भारतीय युवा गुर्जर महासभा राजस्थान