एक अपील गुर्जर समाज अपने इतिहास के महान शासकों को श्रद्धापूर्वक याद कर रहा है, यह एक शुभ संकेत है। निस्संदेह सम्राट मिहिरभोज का भारतीय इतिहास में कोई सानी नहीं है। वे सम्राट अशोक से भी महान थे। उनकी जयंती समारोह को हमें सोल्लास मिहिरोत्सव या राष्ट्रीय गुर्जर दिवस के रूप में मनाना चाहिए। जहां तक अंतरराष्ट्रीय गुर्जर दिवस की बात है वह भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में कनिष्क महान का राज्यरोहण दिवस के दिन 22 मार्च को मनाया जाता है क्योंकि सम्राट कनिष्क का साम्राज्य विश्व के अनेक देशों तक विस्तारित था। हमारे इन दोनों महान शासकों के बीच हमें विरोधाभास से बचना चाहिए। जय गुर्जर जय भारत आपका अपना इसम सिंह चौहान अध्यक्ष राष्ट्रीय गुर्जर इतिहास शोध, साहित्य एवं भाषा संस्थान।
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