रविवार, 3 मई 2020

महाज्ञानियों इतिहास को मत मिटाओ!

गुर्जर समाज के इतिहास को लेकर कुछ गिने-चुने लोग कुषाण और हूँण गुर्जरों के विषय में दुष्प्रचार करने की कोशिश कर रहे है | इस दुष्प्रचार के तहत उनकी साज़िश है की कुषाण और हूणों को विदेशी साबित कर दिया जाय| 
और वो चाहते है कि जो इतिहास दबा दिया गया वो दबा ही रहे|
कुषाण गुर्जर हिन्दू-कुश क्षेत्र से भारत में आये थे जोकि अखंडित भारत का क्षेत्र है| 
.
यहाँ कुछ प्रश्न उठते है जो कि इनसे पूछे जाने चाहिए | 
1. क्या ये लोग समझते है कि हिन्दू-कुश अखंड भारत का हिस्सा नहीं है?
2. क्या ये बताएँगे कि कौरवों कि माता किस क्षेत्र से थी ? 
3. क्या ये बताएँगे कि किस साज़िश के तहत ये लोग दबा लिए गए गुर्जर इतिहास को सामने नहीं आने देना चाहते ?

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें