गुर्जर समाज के इतिहास को लेकर कुछ गिने-चुने लोग कुषाण और हूँण गुर्जरों के विषय में दुष्प्रचार करने की कोशिश कर रहे है | इस दुष्प्रचार के तहत उनकी साज़िश है की कुषाण और हूणों को विदेशी साबित कर दिया जाय|
और वो चाहते है कि जो इतिहास दबा दिया गया वो दबा ही रहे|
कुषाण गुर्जर हिन्दू-कुश क्षेत्र से भारत में आये थे जोकि अखंडित भारत का क्षेत्र है|
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यहाँ कुछ प्रश्न उठते है जो कि इनसे पूछे जाने चाहिए |
1. क्या ये लोग समझते है कि हिन्दू-कुश अखंड भारत का हिस्सा नहीं है?
2. क्या ये बताएँगे कि कौरवों कि माता किस क्षेत्र से थी ?
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