गुरुवार, 7 जुलाई 2016

युवा अपने अधिकारों के प्रति सजग रहे- हिम्मत सिंह गुर्जर

 
दोस्तों ,राजस्थान में विशेष पिछड़ा वर्ग में 5%आरक्षण की मांग को लेकर राजस्थान गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के आवहा्न पर 21मई 2015 कियें गयें आरक्षण आन्दोलन के दौरान दर्ज मुकदमों की वर्तमान में क्या स्थित हैं ? यह जानकारी प्राप्त करने के लिए मैने राजस्थान पुलिस से सूचना के अधिकार ( RTI) से सूचना मांगी थी ।गत वर्ष के आन्दोलन में कुल 18 मुकदमे दर्ज हुए थे । इन दर्ज मुकदमों में मेरे व कर्नल बैसला जी सहित सभी राजस्थान गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के सदस्यों के खिलाफ़ धारा-124A यानी देशद्रोह व राज्यद्रोह तथा धारा 121व 121A यानी देश के खिलाफ़ युद्ध करना व शामिल होना , इन सभी धाराओं में कई मुकदमें दर्ज किये गयें थे राजस्थान पुलिस नें जो FIRउपलब्ध करवाई है उसकी आपको मै कापी भी पोस्ट कर रहा हूँ । दोस्तों अब आप ही बताये क्या हमनें देशद्रोह व राज्यद्रोह का काम किया था ? क्या हमनें हमारे देश के खिलाफ़ कोई युद्ध की घोषणा की या देश के खिलाफ़ युद्ध किया था ? हमनें तो हमारे पिछड़े समाजों जिसमें गुर्जर रैबारी बंजारा गडरिया व गाडियाँ लूहार जो सैकड़ों सालों से देश की मुख्यधारा से साजिश से अलग थलग कर दिये गयें थें उनके हक व अधिकार मांगने का काम किया था ।जो हमें संविधान में पदत्त हक व अधिकार दिए गयें थे।बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर जी द्दारा दिलाये गयें ,हमनें हमारे हक की आजादी मांगी थीं परन्तु राजस्थान सरकार नें हमारे हक व अधिकार मांगने पर वर्ष 2007 व वर्ष 2008में हमारे 72लालो को शहिद कर दिया था अब हमें देशद्रोही बता रहीं हैं ।आपको यह भी जानकारी दे दू कि गत वर्ष किये गयें आन्दोलन के दौरान हमारे समाज नें धैर्य व शान्ति का परिचय दिया और सरकारी संपत्ति का एक कील का भी नुकसान नहीं किया हमनें शान्ति पूर्ण आन्दोलन किया था ।राजस्थान की माननीया मु्ख्यमंत्री जी व प्रदेश के सभी प्रबुद्ध नागरिकों व समाज के नेताओं नें हमारे शान्तिपूर्ण आन्दोलन की प्रशंशा भी की थी तथा राज्य सरकार से हमारे समझौते मुताबिक सभी दर्ज मुकदमों को राज्य सरकार नें वापस लेने का समझौता लिखित में किया था ।खाद्य व आप्रूति मंत्री हेम सिंह भडाना जी कि अध्यक्षता में मुकदमों की वापसी की कार्य वाही की कमेटी का गठन भी किया जा चुका हैं कई बार इस कमेटी की बैठक भी हो चूंकि हैं परन्तु बडे़ खेद की बात हैं,हमारे खिलाफ़ लगाए गयें देशद्रोह जैसे मुकदमें को वापस नहीं लिया हैं ,हमें आज तक भी सरकार देशद्रोही बता रहीं हैं ,दोस्तों मुझे अंदेशा हैं कि गुजरात में पटेल-पाटीदार आरक्षण आन्दोलन के मुखिया भाई हार्दिक पटेल के खिलाफ़ जिस प्रकार देशद्रोह की धाराओं में झूठे मुकदमे दर्ज कर पटेल-पाटीदार आरक्षण आन्दोलन को दबाने की कुचेष्टा कर रहीं हैं गुजरात सरकार इसी तरह राजस्थान में भी हमारे आन्दोलन को दबाने का यह सरकार षडयंत्र तो नहीं कर रहीं हैं । आप ही तय करें हमें राजस्थान सरकार के खिलाफ़ क्या करना चाहिए अपने विचारों से मुझे अवगत कराये ।वैसे हम डरने वाले नहीं हैं यदि सरकार नें हमें आरक्षण नहीं दिया तो एक बार नहीं हजार बार करेगें आन्दोलन ॥धन्यवाद ॥

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