दोस्तों क्या आप
विमुक्त जाति Denotified Tribes के बारे में जानते हो ? देश की कुछ बहादूर जातियों ने मुगलो
और अंग्रेजो के साथ टककर ली ।ओह जातियां है सांसी* छारा नट बेहड़ कूट ओड. वडार *बावरिया *वागरी महातम* मागता*
मल्लाह खेवट सिकलीगर* शोरगिर* बंजारा* भाट भोपा **बहेलिया*अहेरिया गंघहिला कालबेलिया सपेरा *राजभर *कलन्दर डौम*गिहार* निषाद वागरी *गुज्जर*बेलदार *भांतु जोगी जंगम जोगी*
हबुडा आदि आदि यानि193 जातियां । जिस कारण मुगलो ने इन जातियो को बागी करार दे दिया जिस
से कुछ ये जातियां घुमंतु बन गई। 1600
वीं शताब्दी मै ये जातियां घुमंतू तो
थी और अंग्रेजो पर छुप कर वॉर करती थी। 1857 के ग़दर में हमारी जातियों ने बढ़ चढ़ कर
भाग लिया जिस से अंग्रेज सरकार डर गई । जिस कारण अंग्रेजो ने 1871 इन जातियों पर
जरैयाम पेशा ( क्रिमिनल ट्राइब ऐक्ट 1871) लगा दिया । जो आज कल बहुत खतरनाक
आतंकियो पर Tata or Pota ,misa एक्ट लगाया जाता है उस से भी अधिक कठोर था । इन जातियों के लोगों
को कंही भी आने जाने की इजाजत नही थी । दिन में 4 बार हाजरी होती थी । एक पास मिलता था
जिस को लेकर अपनी रिस्तेदारी में आया जाया करते थे । इन जातियों को अपनी बात कहने
का अधिकार भी नही था पुलिस कप्तान ने जो फ़ैसला किया वहीं आखरी फैशला होता था यानि
कोर्ट में जाने की इजाजत नही थी । काले पानी की सजा भी होती थी । सरे आम गोलियों
से भून दिए जाते थे । सरे आम फांसी पर चढ़ा दिया जाता था । सरे आम बस्तीयों जला दी
जाती थी । इतना घोर अन्याय अंग्रेजो ने इन जातियो पर किया जिसका वर्णन करने में
इंसान की जीभ असमर्थ रह जाती थी । जिस कारण इन जातियों के तरक्की के साधन बंद हो
गए । देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हो गया परन्तु ये जातियां आजाद नही हुई । देश की आजादी के 5 साल 16 दिन तक इस देश का
वाशी ही नही समजा और यानि 31 अगस्त 1952 को इन जातियों को उस क्रिमिनल एक्ट से मुक्त किया गया उस दिन
जातियों को विमुक्त जाति Denotifide ट्राइब की संज्ञा दी गई । दोस्तों 82 साल क्रिमिनल एक्ट लगने के कारण हम 4 चीजो से पिछड़ गए
आर्थिक स्तर , शैक्षिणिक , धार्मिक ,राजनैतिक । जिस कारण ये जातियां दुनियां की तरक्की की दौड में आज
भी 67 साल पीछे है। इस देश के सविधान की ड्राफ्टिंग कमेटी ने भी हमारी
जातियों से बहुत भारी अन्याय किया । हमारी जातियों की अनपढ़ता और राजनैतिक अज्ञानता
का इन राजनैतिक लोगों ने भरपूर फ़ायदा उठाया । हमें कंही obc / SC में डाल कर हमारे साथ खिलवाड़ किया जबकि हमें ST होना चाहिए था ।
जिसके माप दंड हम उस समय पुरे करते थे। जिसकी भरपाई हम सरकार से कराने के भरसक
पर्यास कर रहे है ताकि हम भी तरक्की की दौड में शामिल हो सके। लेकिन ये तभी सम्भव
हो सकता है जब हम सब जातियां संगठित होंगी । क्योकि अकेली जाति कुछ भी नही कर सकती
। हमें सभी जातियों को जगाना पड़ेगा। देश में हमारी एक जाति की आबादी बहुत काम है
और एक एकेली जाति को कुछ मिलना आज के समय में बहुत मुस्किल है अगर हम जल्द संगठित
नही हुऐ तो हमारा आने वाला ' कल ' बहुत खतरनाक होगा । आज के दौर में दबंग जातियां गरीब जातिया पर हर
तरफ से हावी है ओह जाहे आरक्षण में हो चाहे राजनीती में हो चाहे शिक्षा में हो
चाहे आर्थिक स्तर पर हो चाहे सामाजिक स्तर पर हो । युवा दोस्तों हमें अपने समाज के
उथान के लिए संघठित होना होगा । उठो जागो कुछ कर चले अपनों के लिए !
साभार-बालक राम सांसी
साभार-बालक राम सांसी
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